दिल पे किसका ज़ोर चलता है, ये हमें तो कागज़ी बातें लगती। दिल पे किसका ज़ोर चलता है, ये हमें तो कागज़ी बातें लगती।
बस बातें ही बातें करते बस बातें ही बातें करते
जहां भी जाऊं सज कर जाऊं जो तेरे रंग में, मैं रंग जाऊं। जहां भी जाऊं सज कर जाऊं जो तेरे रंग में, मैं रंग जाऊं।
कर्कश ध्वनि में गीत बजे तो, कोई नहीं समझता है ! कर्कश ध्वनि में गीत बजे तो, कोई नहीं समझता है !
हवा हूँ, हवा हूँ बसंती हवा हूँ। हवा हूँ, हवा हूँ बसंती हवा हूँ।
हाँ उसके बिना कुछ लिखा जाता नही पर तुम कुछ तो समझ उसका प्यार समझ आता नही हाँ उसके बिना कुछ लिखा जाता नही पर तुम कुछ तो समझ उसका प्यार समझ आता नही